जीवन में उत्साह अंधेरे से उजाले की ओर लेकर जाता है। जीवन की चुनौतियों के खिलाफ संघर्ष करने की कोई आवश्यकता नहीं,उसे पूरा करने की हर मानव मन में लालसा होती है कि उसका भी अपना एक घर हो।आइये आपको घर में घुमायें,खूबसूरत कमरे दिखायें।निकनह स्टूडियो द्वारा बनाया गया बंगले की सैर करायें।जहाँ सादगी, आधुनिकता और लालित्य मिलता है एक सुंदर घर दिखायें।लिविंग रूम से रसोई घर तक, इस सभा का लालित्य एक और सभी का ध्यान आकर्षित करता है। यह दृश्य आंखों के लिए बहुत ही सुखद है
आइये आपको सबसे पहले मिलवाते है बैठक कक्ष से,इसमें सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र है यह केन्द्रीय मेज जो अपने पैरों पर न खड़ी हो कर छोटी सी तीन पहिये की गाड़ी के रूप में कक्ष की शोभा बढ़ा रही है। उसके साथ रखी इन्द्रधनुषी रंग की पोशाक पहने कुर्सी चार चाँद लगा रही है।हल्के-गहरे रंगों का समिश्रण अर्थात दीवार और सोफे के रंग आकर्षण का केन्द्र हैं।गहरे रंग के सोफे पर रखे हल्के रंग के कुशन मनमोहक लग रहे हैं।उसके ऊपर लगा गुलाबी रंग का चित्र दीवार के रंगो से मेल कर रहा है।उसके ऊपर लगा वातानुकूलित यंत्र कक्ष को सुन्दर बना रहा है।सोफे के दाँयी ओर लैम्प स्टैन्ड पर रखा लैम्प अपनी खूबसूरती पर इतरा रहा है।दीवार से मेल करते हुए पर्दे बहुत खूबसूरत लग रहे हैं।सोफे के बाँयी ओर छोटी सी बालकनी है,जिसमें दो कुर्सी और एक छोटी गोल मेज रखी गई है।बालकनी से बाहर का प्राकृतिक सौन्दर्य अति सुन्दर लग रहा है।
चलिए चले रसोई घर की ओर जो हमारी आपकी सेहत का व्दार है।यही से सफलता उड़ान भरती है क्यों कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है।रसोई का स्वच्छ रहना भी उतना ही आवश्यक है। यहाँ रसोई में चूल्हे के ऊपर प्रकाश की सुन्दर व्यवस्था की गयी है। लकडी की बंद दराजों में बरतन व राशन सामग्री रखी गयी । रसोई की पूरी व्यवस्था लकड़ी की अलमारियों में की गयी है। रसोई के दूसरी ओर पूरी चौड़ाई मे काँच की खुली खिड़की है जिससे ऊर्जा और हवा की भरपूर आवाजाही रहती है।खिड़की के नीचे वाशबेसि न की व्यवस्था एवं बंद अलमारी है।
अब हम चलते हैं भोजन कक्ष में यहां लकड़ी की भोजन मेज पर चाय की व्यवस्था की गई है। सामने की दीवार पर लगी बड़ी छोटी रंगीन रकाबियाँ और दीवार के तीनों ओर से निकल रही रोशनी दीवार को तो सुन्दर बना रही हैं साथ की दीवार पर लगी गोल चित्रकारी अत्यन्त रमणीय लग रही है। भोजन मेज के ठीक ऊपर लटकता प्रकाश पुंज मेज की रौनक में बढ़ौतरी कर रहा है।कोने में एवं रास्ते रखे फूलदान कक्ष को सुन्दर बनाने में मदद कर रहे हैं।
चलिये अब चलते है शयनकक्ष की ओर, इसकी दीवारों पर लम्बी धारियों में हल्के रंगों का प्रयोग लकडी की दीवार आभास दिलाती गहरे सलेटी रंग की शय्या पर हल्के बादामी रंग के तकिये ,लाल व हरे रंग की चादर कक्ष को एक नया उभार दे रही है।दीवार पर लगे नारंगी और हरे रंग के खाँचों के साथ लगा आयताकार काला बड़ा खाँचा दीवार की सुन्दरता को और निखार रहे हैं। शय्या के ऊपर लगा चित्र कक्ष को नया आयाम दे रहा है। शय्या के साथ रखी छोटी मेज आरामदायक होती है। इस ही कक्ष की दूसरी दीवार की ओर दीवार में ही दूरदर्शन लगाया गया है।उसी के ऊपर गोल आकाऱ में दीवार घड़ी सुन्दर लग रही है। साथ ही लगा राजसी हाथी का चित्र दीवार की शोभा को दो गुना कर रहा है।नीचे रखे फूलदान की शोभा निराली है।
चलिये अब गलियारे में चलते हैं,लकड़ी की छत पर रोशनी के लिये छोटे लैम्प लगाये गये हैं।साथ की दोनों ओर की दीवारों पर चित्र गलियारे को और खूबसूरत बना रहे हैं।जिस दीवार पर चित्र नही हैं वहाँ गुलदान रख कर दीवार एवं गलियारे की शोभा बढ़ाई गयी है।सजावट के किसी भी महंगी आइटम का उपयोग किए बिना, आप अपने गलियारे को बहुत अच्छी तरह से सजा सकते हैं। प्रेरित होने के लिए, यहाँ आप के लिए एक और पेशेवर डिजाइन निवास है : मुंबई में एक सामंजस्यपूर्ण और आरामदायक शहर अपार्टमेंट